शहर के लोग अब कम बोलते हैंवे दिखते हैं बसों-ट्रेनों में लटके हुएकार चलातेदफ्तर आते-जाते हुएपर […]
परी- यही नाम है उसकाबस एक झलक पाते ही मन में बारिश की फुहार हो जाती […]
किसने कहा था तुमसे किपंजाब के गांव में पैदा होसाहित्य में एम ए करोसूट पहनोऔर नाक […]
आंखों के छोर सेपता भी नहीं चलताकब आंसू टपक आता है और तुम कहते होमैं सपने […]
कसाईगिरी तुम और हम एक ही काम करते हैंतुम सामान की हांक लगाते होहम खबर की […]
लोकाट को वो पेड़पठानकोट के बंगले के सामने वाले हिस्से मेंएक महिला चौकीदार की तरह तैनात […]