13 फरवरी, 2019
एस जी टी यूनिवर्सिटीगुरुग्राम  

13 फरवरी यानी विश्व रेडियो दिवस. इसी दिन पूरा विश्व रेडियो को उत्सव के रूप में मनाता है. इस परंपरा को जारी रखते हुए एस जी टी यूनिवर्सिटीगुरुग्राम ने आज रेडियो के महत्व के ऊपर एक संगोष्ठी का आयोजन किया. इसमें वक्ता थे आकाशवाणी के पूर्व अपर महानिदेशक श्री लक्ष्मेंद्र चोपड़ाबी बी सी के वरिष्ठ प्रसारणकर्ता श्री रेहान फज़ल और लेडी श्री राम कॉलेज की पत्रकारिता विभाग की डॉ. वर्तिका नन्दा.

अपने वक्तव्य में श्री रेहान फ़ज़ल ने छात्रों को ऐतिहासिक और समकालीन उदाहरणों से अवगत कराया. और साथ ही में बताया की रेडियो भले ही नेत्रहीन संसाधन है मगर वो दिमाग में दृश्य पैदा करने की ताकत रखता है.

डॉ. वर्तिका नन्दा कहती हैं कि रेडियो का सही ढंग से विकास करने की जरुरत है और इसमें छात्रों को अपना योगदान देना होगा.डा नन्दा कहती हैं की मीडिया को सही ढंग से समाज के लिए बेहतर काम करने की जरुरत है और इसमें रेडियो अपने अहम् भूमिका निभा सकता है.
श्री लक्ष्मेंद्र चोपड़ा ने कहा कि रेडियो के पास दृश्य का न होना ही उसको मजबूत और सशक्त बनता है.

संगोष्ठी के अंत में प्रोफेसर भाणावत ने एस जी टी यूनिवर्सिटी के रेडियो का सिग्नेचर ट्यून को लॉन्च किया.

मंच का संचालन प्रियंका कटारिया ने संभाला.


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