2018: नवंबर 12: यह जगह उस याद को जीवित रखती है जब महात्मा गांधी पहली और आखिरी बार आकाशवाणी आए थे। लगातार तीसरे साल 12 नवंबर को लोक प्रसारण दिवस पर आकाशवाणी का हिस्सा बनकर गर्व महसूस किया। परिचर्चा – सांस्कृतिक केनवास पर रेडियो सृजन –
श्री लक्ष्मेन्द्र चोपड़ा, वरिष्ठ प्रसारणकर्मी
डॉ० सुधीश पचौरी, जाने माने स्तंभकार और मीडिया समीक्षक
डॉ० वर्तिका नन्दा, मीडिया समीक्षक
श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, वरिष्ठ प्रसारणकर्मी
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